वादिकेसरी अऴगिय मणवाळ जीयर

श्रीः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः तिरुनक्षत्र – स्वाति नक्षत्र , ज्येष्ठ मास अवतार स्थल – मन्नार् कोइल(अम्बा समुद्र के नज़दीक) आचार्य – पेरियवाचान् पिळ्ळै (से पंच संस्कार प्राप्त हुआ), नायनाराचान्पिळ्ळै ( से शास्त्र अभ्यास) शिष्य / शिष्य गण्.– यामुनाचार्य ( प्रमेय रत्नम्, तत्व भूषण के लेखक), पिन्चेन्ट्रविल्लि (पिन्चेन्द्रविल्लि),  इत्यादि…  स्थल जहाँ से परमपद को प्रस्थान हुए – श्री रंगम् / तिरुवरंगम् ग्रंथ रचना सूची … Read more

कुरुगै कावलप्पन्

श्रीः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः  तिरुनक्षत्र – विशाखा नक्षत्र  अवतार स्थल – आलवार तिरुनगरी (आऴ्वार तिरुनगरि) आचार्य – नाथमुनिगल् (श्री नाथमुनि).  कुरुगैकावलप्पन नाथमुनिगल् (श्री नाथमुनि) के प्रिय शिष्य थे | नाथमुनिगल् (श्री नाथमुनि), काटुमन्नार कोइल को लौटने के बाद, पेरिय पेरुमाळ  (श्री रंगनाथ पेरुमाळ) का ध्यान करते हुए कुछ समय बिताये ।  अनन्तर, उन्होंने कुरुगैकावलप्पन् को योग रहस्य सिखाकर उसको यही सिखाने … Read more