वादिकेसरी अऴगिय मणवाळ जीयर
श्रीः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचलमहामुनये नमः तिरुनक्षत्र – स्वाति नक्षत्र , ज्येष्ठ मास अवतार स्थल – मन्नार् कोइल(अम्बा समुद्र के नज़दीक) आचार्य – पेरियवाचान् पिळ्ळै (से पंच संस्कार प्राप्त हुआ), नायनाराचान्पिळ्ळै ( से शास्त्र अभ्यास) शिष्य / शिष्य गण्.– यामुनाचार्य ( प्रमेय रत्नम्, तत्व भूषण के लेखक), पिन्चेन्ट्रविल्लि (पिन्चेन्द्रविल्लि), इत्यादि… स्थल जहाँ से परमपद को प्रस्थान हुए – श्री रंगम् / तिरुवरंगम् ग्रंथ रचना सूची … Read more